न्यू ईयर क्यों मनाया जाता है || Why New Year is Celebrated || New Year Kyun Manaya jata hai

हम सभी जानते हैं, की नववर्ष को नया साल के रूप में धूम धाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर  लोग पुराने चीजों को भूल कर अपने जीवन में एक नए दिन की शुरुआत करते हैं। लेकिन 1 जनवरी को  नववर्ष के रूप में मनाया जाता है। हमें यह नहीं पता की इस दिन की शुरुआत कब से हुई है, इसलिए आज हम जानेंगे की इस नववर्ष की शुरुआत कब से हुई है। नव वर्ष क्यों मनाया जाता है|

न्यू ईयर क्यों मनाया जाता है
न्यू ईयर क्यों मनाया जाता है

हिन्दू नववर्ष क्यों मनाया जाता है? || Why is Hindu New Year celebrated in hindi?

जिस न्यू ईयर को 01 जनवरी से मनाते हैं वह असल में ग्रिगोरियन कैलेंडर का नया साल है. इसके अलावा भी बहुत सारे और कैलेंडर भी चलन में हैं. मगर पूरी दुनिया में ग्रिगोरियन कैलेंडर के अनुसार ही नया साल मनाया जाता है. इस कैलेंडर की शुरुआत 1582 में हुई थी. 

इस कैलेंडर से पहले रूस का जूलियन कैलेंडर प्रचलन में था. इस कैलेंडर में 10 महीने होते थे तथा कैलेंडर के हिसाब से क्रिसमस एक दिन नहीं आता था. 

क्रिसमस का एक दिन निश्चित करने के लिए 15 अक्टूबर 1582 को अमेरिका के एलॉयसिस लिलिअस ने ग्रिगोरियन कैलेंडर शुरू किया.

ग्रिगोरियन कैलेंडर के हिसाब से जनवरी साल का पहला महीना है, और साल का अंत दिसंबर में हर वर्ष 25 दिसंबर को निश्चित हो गया.

किसी भी कैलेंडर को सूर्य चक्र या चंद्र चक्र की गणना पर आधारित बनाया जाता है. चंद्र चक्र पर बनने वाले कैलेंडर में क्रिसमस हर वर्ष 25 दिसंबर को निश्चित हो गया.

किसी भी कैलेंडर को सूर्य चक्र या चंद्र चक्र की गणना पर आधारित बनाया जाता है. चंद्र चक्र पर बनने वाले कैलेंडर में 354 दिन होते हैं. वहीं, सूर्य चक्र पर बनने वाले कैलेंडर में 365 दिन होते हैं. ग्रिगोरियन कैलेंडर सूर्य चक्र पर  आधारित है.  

हिंदू नव वर्ष का मतलब क्या होता है? || What is the meaning of Hindu New Year?

हिन्दुओं का नया बरस चैत्र नव रात्रि के प्रथम दिन अर्थात वर्ष प्रतिपदा एवं गुड़ी पड़वा पर प्रत्येक वर्ष विक्रम सम्वत के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से आरम्भ होता है।

हिन्दू नव वर्ष कब मनाया जाता है 2023? || When is Hindu New Year 2023 celebrated?

साल 2023 में 22 अप्रैल को मार्च के दिन यह उत्सव मनाया जाएगा। जिसमें सूर्योदय के बाद के दिन को वर्ष का पहला दिन माना जाएगा। उगादी के पर्व की तिथि कुछ इस प्रकार से रहेगी। 21 मार्च को मंगलवार की सुबह 10:52 बजे उगादी तिथि का आरंभ हो जाएगा और अगले दिन 22 मार्च की रात 08 बजकर 20 मिनट पर उगादी तिथि का समापन हो जाएगा।

हिंदू नव वर्ष में क्या करना चाहिए? || What should be done in Hindu New Year?

सूर्योदय से पूर्व उठकर घर की साफ सफाई करने के बाद घर को तोरण, मांडना या रंगोली आदि से सजाया जाता है। इस दिन नव संवत्सर का पूजन, नवरात्र घटस्थापना, ध्वजारोपण आदि विधि-विधान किए जाते हैं। प्रत्येक राज्य में इस पर्व को वहां की स्थानीय संस्कृति और परंपरा के अनुसार मनाते हैं।

1 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है? || Why is it celebrated only on January 1?

शुरुआत ऐसा माना जाता है कि नया साल आज से लगभग 4,000 वर्ष पहले बेबीलोन नामक स्थान पर मनाया गया था । 1 जनवरी को मनाया जाने वाला नया वर्ष दरअसल , ग्रेगोरियन कैलेंडर पर आधारित है । इसकी शुरुआत रोमन कैलेंडर से हुई है । 

 इस पारंपरिक रोमन कैलेंडर का नया वर्ष 1 मार्च से शुरू होता है , लेकिन रोमन के प्रसिद्ध सम्राट जूलियस सीजर ने 46 वर्ष ईसा पूर्व में इस कैलेंडर में परिवर्तन किया था । इसमें उन्होंने जुलाई का महीना और इसके बाद अपने भतीजे के नाम पर अगस्त का महीना जोड़ दिया । दुनियाभर में तब से लेकर आज तक नया साल 1 जनवरी को मनाया जाता है ।

भारतीय नव वर्ष के दिन क्या खाया जाता है? || What is eaten on Indian New Year’s Day?

भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग तारीख को नववर्ष मनाया जाता है, लेकिन सबसे प्रचलित नववर्ष चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को ही माना जाता है। यह भारतीय नव वर्ष का प्रथम दिन होता है। इस दिन तिल-गुड़ के लड्डू खाये जाते हैं और तरह-तरह की अन्य मिठाईयां भी बनाई जाती हैं।

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